बीते हुए कुछ पल फिर जीने को मन करता है,
जिनमे ज़िन्दगी बसर करती थी
लबों की हर दुआ असर करती थी,
गाये हुए कुछ गीत गुनगुनाने को मन करता है,
जिनमे धडकनों के तार बजते थे
दिल से दिल के सुर सधते थे,
दिल की किताब के कुछ पन्ने पलटने को मन करता है,
जिन्हें कभी ख़ुशी की कलम से लिखा करते थे
तो कभी आंसुओं की स्याही में डुबोया करते थे,
भूले हुए कुछ सपने फिर से देखने को मन करता है,
जिनकी खुशबु से दिन महका करते थे
हकीक़त बने कभी जो ऐसी दुआ करते थे,
फिर से खुदा से कुछ मांगने को मन करता है
फिर से दुआ में हाथ उठाने को मन करता है... continued.....