आज सुबह के हसीन मिजाज़ देखे,
उगते सूरज के इठलाते अंदाज़ देखे,
जैसे रात ने थे पत्तों पे मोती बिखेरे,
अधखुली पलकों से ऐसे अनगिनत ख्वाब देखे..वैभव
उगते सूरज के इठलाते अंदाज़ देखे,
जैसे रात ने थे पत्तों पे मोती बिखेरे,
अधखुली पलकों से ऐसे अनगिनत ख्वाब देखे..वैभव