"कुछ ख्वाब जब हकीक़त बन जाते हैं
तो दर्द होता है
अपने ही जब बेवफा कह जाते हैं
तो दर्द होता है
पतझड़ में तो फूल बिखरते ही हैं
पर सावन में भी फूल मुरझा जाते हैं
तो दर्द होता है"
"यादें जब फरियादें बन जातीं हैं
तो दर्द होता है
नयी सुबह जब गुजरी रातें बन जातीं हैं
तो दर्द होता है
चुभने के लिए ज़िन्दगी ही बहुत है मगर
सच्ची वफ़ा भी चुभती बातें बन जाती हैं
तो दर्द होता है "
तो दर्द होता है
अपने ही जब बेवफा कह जाते हैं
तो दर्द होता है
पतझड़ में तो फूल बिखरते ही हैं
पर सावन में भी फूल मुरझा जाते हैं
तो दर्द होता है"
"यादें जब फरियादें बन जातीं हैं
तो दर्द होता है
नयी सुबह जब गुजरी रातें बन जातीं हैं
तो दर्द होता है
चुभने के लिए ज़िन्दगी ही बहुत है मगर
सच्ची वफ़ा भी चुभती बातें बन जाती हैं
तो दर्द होता है "
kya baat hai ji
ReplyDeletevery nic .....